संदेश

रैयतवाड़ी व्यवस्था की विशेषताएँ in HINDI लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

रैयतवाड़ी व्यवस्था की विशेषताएँ in HINDI

रैयतवाड़ी व्यवस्था की विशेषताएँ  1• इस व्यवस्था में किसानों को उपज का 1/2 भाग भू-राजस्व के रूप में देना था। 2• लगान की अदायगी न होने पर भूमि जब्त की जा सकती थी।  3• लगान अदायगी के प्रत्येक 30 वर्ष बाद पुनर्समीक्षा की जानी थी। 4• सरकार एवं किसानों के बीच कोई मध्यस्थ नहीं था। 5• भूमि का स्वामित्व किसानों को दिया गया, जिससे वे भूमि का विक्रय कर सकते थे एवं गिरवी रख सकते थे।