भीमा कोरेगांव युध्द कब और किसके बीच हुआ ? कोरेगांव युद्ध इतिहास ? /IN HINDI NOTES /BHIMA KOREGAON BATTLE IN HINDI
कोरेगांव युध्द कब और किसके बीच हुआ ? कोरेगांव युद्ध इतिहास ? /कोरेगांव क्रांति IN HINDI
भीमा कोरेगांव युद्ध क्या था ?
1.भीमा कोरेगांव युद्ध 1 जनवरी 1818 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के 500 सैनिकों की एक छोटी कंपनी, जिसमें ज्यादातर सैनिक महार समुदाय से थे, ने पेशवा शासक बाजीराव द्वितीय के लगभग 28000 सैनिकों वाली सेना को लगभग 12 घंटे तक चले युद्ध में पराजित कर दिया था ।
2.भीमा कोरेगांव के युद्ध में जिन महार सैनिकों ने लड़ते हुए वीरगति प्राप्त की थी, उनके सम्मान में वर्ष 1822 में नदी के किनारे काले पत्थरों से एक रणस्तंभ का निर्माण किया गया ।
भीमा कोरेगांव युद्ध की वर्षगाँठ
2.भीमा कोरेगांव के युद्ध में जिन महार सैनिकों ने लड़ते हुए वीरगति प्राप्त की थी, उनके सम्मान में वर्ष 1822 में नदी के किनारे काले पत्थरों से एक रणस्तंभ का निर्माण किया गया ।
भीमा कोरेगांव युद्ध की वर्षगाँठ
1 जनवरी 2023 को वर्ष1818 में हुए भीमा कोरेगांव युद्ध को 205 वर्ष पूरे हो गए हैं । यह महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित पेरने गांव में भीमा कोरेगांव युद्ध के सैनिकों की स्मृति में रणस्तंभ का निर्माण किया गया है , जहाँ प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी को इस युद्ध की वर्षगांठ मनाई जाती है।
अस्मिता की लड़ाई
2.यह लड़ाई पेशवाओं और म्हारों के बीच हुई थी और यह पेशवाओं के जातिवादी घमंड के खिलाफ और म्हारों के आत्मसम्मान की लड़ाई थी ।
3.इतिहासकारों के अनुसार, महारों को नगर में प्रवेश करते वक्त अपनी कमर में एक झाड़ू बांधकर चलना होता था ताकि उनके और प्रदूषित और अपवित्र पैरों के निशान उनके पीछे घसीटते इस झाडू से मिटते चले।
4. उन्हें अपने गले में एक बर्तन भी लटकाकर चलना पड़ता था ताकि वे उसमें थूक सकें और उनके थूकने से कोई स्वर्ण प्रदूषित और अपवित्र न हो जाए ।
5.वे सवर्णों के कुएं या पोखर से पानी निकालने के बारे में सोच भी नहीं सकते थे।
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